Add To collaction

चमत्कार को नमस्कार है





*चमत्कार को नमस्कार है*


चमत्कार को नमस्कार है...
आज का युग चट पट सब काम हो..
सच झूठ से कोई नहीं मतलब..
बस अपना साधते सब काम हैं..
अपना अपनी सोच सीमित है..
चमत्कार को नमस्कार है..
फरेब धोखाधड़ी करते मनुज...
धूल झोंककर आंखों में  डटकर..
खूब ‌मोटी कमाई का मकड़जाल है...
मनुज दो पल में सब सुख संसार‌  चाहे
कर्म गति ना देखे कोई जग में..
मेहनत से पीछे हटता जो मनुज..
मन में हर पल चमत्कार की इच्छा पाले
चमत्कार कोई मंत्र नहीं है प्यारे..
छलावा पछतावा भरा प्रपंच..
ठगों का मायाजाल भ्रमित इंसान...!!





आरती तिवारी
दिल्ली

   12
5 Comments

Gunjan Kamal

16-Nov-2022 08:11 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

Reply

Teena yadav

12-Nov-2022 06:14 PM

Very nice

Reply

Haaya meer

12-Nov-2022 05:44 PM

Amazing

Reply